UPSC SYLLABUS Thursday 21st of November 2024
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यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा मुख्यतः दो चरणों में संपन्न होती है। प्रारंभिक परीक्षा जिसे प्रीलिम्स के नाम से भी जाना जाता है, दूसरी मुख्य परीक्षा जिसे प्रधान परीक्षा भी कहा जाता है तथा तीसरी परीक्षा साक्षात्कार की होती है। UPSC SYLLABUS
१-प्रारंभिक परीक्षा
२-मुख्य परीक्षा (प्रधान परीक्षा) तथा साक्षात्कार
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 400 अंकों की होती है जिस में बहुविकल्पीय प्रकार के 2 प्रश्न पत्र होते हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र 200 -200 अंकों का होता है तथा प्रत्येक प्रश्न पत्र को हल करने के लिए 2-2 घंटे का समय निर्धारित होता है। UPSC SYLLABUS
Paper | Subjects | Total Marks | Duration |
Paper-I | General Studies (GS) | 200 | 2 Hours |
Paper-II | CSAT | 200 | 2 Hours |
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा केवल क्वालीफाइंग प्रकृति की होती है अर्थात इस परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम योग्यता क्रम (मेरिट लिस्ट) में नहीं जोड़ा जाता है।UPSC SYLLABUS
संघ लोक सेवा आयोग ने ने Prelims के सामान्य अध्ययन Paper II (जिसे बोल-चाल के भाषा में CSAT कहा जाता है) में 33% अंक Minimum Qualifying Marks निर्धारित किया गया है। अर्थात इस का अंक Prelims के पूर्णांक में नहीं जोड़ा जाएगा। प्रीलिम्स परीक्षा के कुल अंकों में केवल पेपर 1 के अंक ही जोड़ा जाएगा और इसी के आधार पर मुख्य परीक्षा के लिए वरीयता क्रम के अनुसार अभ्यर्थियों का चुनाव किया जाएगा जिसकी संख्या लगभग रिक्तियों की 12 से 13 गुनी होगी। अर्थात यूपीएससी सिविल सेवा प्रधान परीक्षा (मुख्य परीक्षा) के लिए अर्हक उम्मीदवारों की एक सूची तैयार करेगा जिसका निर्धारण आयोग द्वारा प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र I के कुल अंक तथा सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र II में 33 % अंक पर निर्धारित होगा। UPSC SYLLABUS
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान लागू होगा, जिस के अंतर्गत प्रत्येक प्रश्न के लिए दिए गए गलत उत्तर के लिए उस प्रश्न के लिए दिए जाने वाले अंकों का एक तिहाई दंड के रूप में काटा जाएगा। UPSC SYLLABUS
प्रश्न पत्र- 1 (200 अंक) अवधि: 2 घंटे
1.राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएं।
2.भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
3.भारत एवं विश्व भूगोल- भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।
4.भारतीय राजतंत्र और शासन- संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोक नीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे आदि।
5.आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि।
6.पर्यावरण परिस्थितिकी जैव विविधता और मौसम परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिन के लिए विषय गत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है।
7.सामान्य विज्ञान। UPSC SYLLABUS
प्रश्न पत्र- 2 (200 अंक) अवधि: 2 घंटे
1.बोधगम्यता।
2.संचार कौशल सहित अंतर- व्यक्तिक कौशल।
3.तर्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता।
4.निर्णय लेना और समस्या समाधान। UPSC Prelims Syllabus
5.सामान्य मानसिक योग्यता।
6.आधारभूत संख्य्नन (संख्याएं और उनके संबंध, विस्तार कर्म आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर) आंकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता- आदि दसवीं कक्षा का स्तर ) UPSC SYLLABUS
UPSC Prelims Syllabus New- UPSC Civil Services Exam Pattern & Syllabus,
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा (UPSC Prelims Exam) में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा (UPSC Mains Exam) में शामिल होने की अनुमति दी जाती है। संघ लोक सेवा आयोग के मुख्य परीक्षा (UPSC Mains Exam) में कुल 9 प्रश्न पत्र होते हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र में विवरणात्मक प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनका उत्तर पेपर और पेन के माध्यम से दिया जाता है। जो निम्न प्रकार से है। UPSC Syllabus
भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी पर अर्हक अंक -
यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में दो प्रश्न पत्र भाषा का होता है, जो केवल क्वालीफाइंग प्रकृति का होता है। जिस के अंतर्गत प्रथम प्रश्न पत्र अंग्रेजी का और दूसरा प्रश्न पत्र भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कोई एक भाषा को वैकल्पिक विषय के रूप में लिया जा सकता है। इन दोनों प्रश्न पत्रों के लिए 300- 300 अंक निर्धारित है। इन दोनों प्रश्न पत्रों में प्राप्त अंको को किसी भी तरह से मुख्य परीक्षा की मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़ा जाता है। यह दोनों प्रश्न पत्र केवल क्वालीफाइंग प्रकृति का होता है। UPSC Syllabus
अनिवार्य पेपर और उनके सम्मुख अंक-
Paper-A. कोई भारतीय भाषा- 300 अंक
Paper-B . अंग्रेजी- 300 अंक
मेरिट लिस्ट में जोड़े जाने वाले पेपर- UPSC Syllabus
Paper | Subject | Marks |
Paper-I | Essay (can be written in the medium of the candidate’s choice) | 250 Marks |
Paper-II | General Studies - I (Indian Heritage and Culture, History and Geography of the World and Society) | 250 Marks |
Paper-III | General Studies- II (Governance, Constitution, Polity,Social Justice and International relations) | 250 Marks |
Paper-IV | General Studies- III (Technology, Economic Development, Biodiversity, Security and Disaster Management) | 250 Marks |
Paper-V | General Studies - IV (Ethics, Integrity and Aptitude) | 250 Marks |
Paper-VI | Optional Subject - Paper I | 250 Marks |
Paper-VII | Optional Subject - Paper II | 250 Marks |
| Sub Total (Written test) | 1750 Marks |
साक्षात्कार (Interview)- 275 Marks UPSC Syllabus
Grand Total= 2025 Marks
मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची-
(i) कृषि (ii) पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान (iii) मानव विज्ञान (iv) वनस्पति विज्ञान (v) रसायन विज्ञान (vi) वाणिज्य और लेखा (vii) सिविल इंजीनियरिंग (viii) अर्थशास्त्र (ix) इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (x) भूविज्ञान (xi) भूगोल (xii) इतिहास (xiii) कानून (xiv) गणित (xv) प्रबंधन (xvi) मैकेनिकल इंजीनियरिंग (xvii) चिकित्सा विज्ञान (xviii) दर्शन (xix) भौतिकी (xx) राजनीति विज्ञान (xx) अंतर्राष्ट्रीय संबंध (xxi) मनोविज्ञान (xxii) लोक प्रशासन (xxiii) समाजशास्त्र (xxiv) जूलॉजी (xxv) सांख्यिकी
निम्नलिखित भाषाओं में से किसी एक भाषा का साहित्य- UPSC Syllabus
असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी , कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू और अंग्रेजी। UPSC Syllabus
UPSC Mains Syllabus
इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य अंग्रेजी तथा संबंधित भारतीय भाषा में अपने विचारों को स्पष्ट तथा सही रूप से प्रकट करना तथा गंभीर तर्क पूर्ण गद्य को पढ़ने और समझने में उम्मीदवार की योग्यता की परीक्षा की जाती है। UPSC Mains Syllabus
प्रश्न पत्रों का स्वरूप आम तौर पर निम्न प्रकार से होगा-
(i)-दिए गए गद्यांश को समझना।
(ii)- संक्षेपण।
(iii)- शब्द प्रयोग तथा शब्द भंडार।
(iv)- लघु निबंध। UPSC Mains Syllabus
भारतीय भाषाएं-
(i)- दिए गए गद्यांश को समझना।
(ii)- संक्षेपण।
(iii)- शब्द प्रयोग तथा शब्द भंडार।
(iv)- लघु निबंध।
(v)- अंग्रेजी से भारतीय भाषा तथा भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद। UPSC Mains Syllabus
उम्मीदवार को एक विनिर्दिष्ट विषय पर निबंध लिखना होगा। विषयों के विकल्प दिए जाएंगे। उनसे आशा की जाती है कि अपने विचारों को निबंध के विषय के निकट रखते हुए क्रमबद्ध करें तथा संक्षेप में लिखें। प्रभावशाली एवं सटीक अभिव्यक्तियों के लिए श्रेय दिया जाएगा। UPSC Syllabus PDF
भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलु शामिल होंगे।
18 वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास, महत्वपूर्ण घटनाएं, व्यक्तित्व विषय।
स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति / उनका योगदान। UPSC Mains Syllabus
स्वतंत्रता के पश्चात देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन।
विश्व के इतिहास में १८ वीं सदी की घटनाएं यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनः सीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन शास्त्र जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप और समाज पर उनका प्रभाव। UPSC Mains Syllabus
भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं, भारत की विविधता।
महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या संबंध मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके रछा के उपाय।
भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव।
सामाजिक सशक्तिकरण, संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं।
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विश्व भर के मुख्य प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप को शामिल करते हुए) विश्व (भारत सहित) के विभिन्न भागों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों को स्थापित करने के लिए जिम्मेदार कारक।
भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी, हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्वपूर्ण भू- भौतिकीय घटनाएं, भूगोलिक विशेषताएं और उनके स्थान, अति महत्वपूर्ण भूगोलीय विशेषताएं (जल स्रोत और हिमावरण सहित) और वनस्पतिय एवं प्राणी जगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव। UPSC Mains Syllabus
भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व, संघीय ढांचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियां, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियां। Download UPSC Mains Syllabus
विभिन्न घटकों के बीच शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र तथा संस्थान।
भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों के साथ तुलना।
संसद और राज्य विधायिका- संरचना, कार्य, कार्य संचालन, शक्तियां एवं विशेषाधिकार और इन से उत्पन्न होने वाले विषय।
कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य- सरकार के मंत्रालय एवं विभाग, प्रभावक समूह और औपचारिक/ अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका।
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं
विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियां, कार्य और उत्तरदायित्व। UPSC Mains Syllabus
सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनके
अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
विकास प्रक्रिया तथा विकास उद्योग- गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों और संघों, दानकर्ताओं, लोकोपकारी संस्थाओं, संस्थागत एवं अन्य पछो की भूमिका।
केंद्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं के कार्य- निष्पादन, इन अति संवेदनशील वर्गों के रक्षा एवं बेहतरी के लिए गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
गरीबी और भूख से संबंधित विषय।
शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पक्ष, ई - गवर्नेंस- अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और संभावनाए, नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत तथा अन्य उपाय।
लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
भारत एवं इस के पड़ोसी संबंध।
द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
भारत के हितों, भारतीय परिदृश्य पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियां तथा राजनीति का प्रभाव। UPSC Mains Syllabus
महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएं और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।
भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोजगार से संबंधित विषय।
समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय।
सरकारी बजट।
मुख्य फसलें- देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न- सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली, कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा विपणन, संबंधित विषय और बाधाएं, किसानों की सहायता के लिए ई-प्रौद्योगिकी।
प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय, जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएं, सुधार, बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय, प्रौद्योगिकी मिशन, पशुपालन संबंधी अर्थशास्त्र।
भारत में खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग- कार्य क्षेत्र एवं महत्व, स्थान, ऊपरी और नीचे की अपेक्षाएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन। UPSC Syllabus
भारत में भूमि सुधार।
उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
बुनियादी ढांचा- ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।
निवेश मॉडल।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोजमर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां, देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास। UPSC Syllabus
सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो टेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरूकता।
संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
आपदा और आपदा प्रबंधन।
विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।
अंतरिक्ष सुरक्षा के लिए चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्वों की भूमिका।
संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की बुनियादी बातें, धन शोधन और इसे रोकना।
सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनका प्रबंधन- संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध। UPSC Syllabus
विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएं तथा उनके अधिदेश।
नीति शास्त्र तथा मानवीय सहसंबंध, मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्व, इसके निर्धारक और परिणाम, नीतिशास्त्र के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र। मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारको और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से शिक्षा, मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका।
अभिवृत्ति- सारांश, संरचना, वृतिः विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध, नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि, सामाजिक प्रभाव और धारणा।
सिविल सेवा के लिए अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्य निष्ठा, भेदभाव रहित तथा गैर तरफदारी, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना व्यवस्था में उनके उपयोग और प्रयोग।
भारत तथा विश्व के नैतिक विचारको तथा दार्शनिकों के योगदान।
लोक प्रशासन में लोक/ सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र: स्थिति तथा समस्याएं, सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएं तथा दुविधाएं, नैतिक मार्गदर्शन के स्रोत के रूप में विधि, नियम, विनियमन तथा अंतरात्मा, शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण, अंतरराष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था में नैतिक मुद्दे, कारपोरेट शासन व्यवस्था। UPSC Syllabus
शासन व्यवस्था में ईमानदारी- लोक सेवा की अवधारणा, शासन व्यवस्था और इमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियां। UPSC Syllabus