National anthem of india Thursday 21st of November 2024
Jana gana mana composed by Rabindranath Tagore, the Constituent Assembly accepted the national anthem of India on January 24, 1950. Its singing time is 52 seconds and brief time is 20 seconds in which the first and last lines of it are sung. It was first sung at the Calcutta Convention of Indian Congress (President Pandit Vishan Narayan Dutt) on December 27, 1911. It was published by Rabindranath Tagore in 1912, titled Bharat Bhagya Vidhata in the Element Biblihi, and in 1919 English translation by Morning Song of India. The credit for making the present musical tunes of the national anthem goes to Captain Ram Singh Thakur.
राष्ट्रगीत- बंकिम चंद्र चटर्जी के उपन्यास आनंद मठ में उन्हीं के द्वारा रचित वंदे मातरम को राष्ट्रीय गीत के रूप में 26 जनवरी 1950 ईस्वी को स्वीकार किया गया। इसे सर्वप्रथम 1896 ईस्वी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन (अध्यक्ष- रहमतुल्ला सयानी) में गाया गया था। इस गीत को गाने का समय 1 मिनट और 5 सेकंड है। किसी भी व्यक्ति को राष्ट्रीय गीत गाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
भारतीय संसद के अधिवेशन का प्रारंभ जन गण मन से और समापन वंदे मातरम के गायन से होता है।
वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलाम्
मलयजशीतलाम्
शस्यश्यामलाम्
मातरम्।
शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीम्
फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीम्
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्
सुखदां वरदां मातरम्॥ १॥
सप्त-कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-कराले
द्विसप्त-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले,
अबला केन मा एत बले।
बहुबलधारिणीं
नमामि तारिणीं
रिपुदलवारिणीं
मातरम्॥ २॥
तुमि विद्या, तुमि धर्म
तुमि हृदि, तुमि मर्म
त्वम् हि प्राणा: शरीरे
बाहुते तुमि मा शक्ति,
हृदये तुमि मा भक्ति,
तोमारई प्रतिमा गडी मन्दिरे-मन्दिरे॥ ३॥
त्वम् हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदलविहारिणी
वाणी विद्यादायिनी,
नमामि त्वाम्
नमामि कमलाम्
अमलां अतुलाम्
सुजलां सुफलाम्
मातरम्॥४॥
वन्दे मातरम्
श्यामलाम् सरलाम्
सुस्मिताम् भूषिताम्
धरणीं भरणीं
मातरम्॥ ५॥
National anthem of india
Vande Mataram!
Sujalam suphalam, malayaja shitalam,
Shasyashyamalam, Mataram!
Shubhrajyotsna pulakitayaminim,
Phullakusumita drumadala shobhinim,
Suhasinim, sumadhura bhashinim,
Sukhadam, varadam, Mataram!
Saptakotikantha kalakala ninada karale
Dvisaptakoti bhujair dhrita-khara karavale
Abala kena ma eta bale
Bahubala dharinim, namami tarinim,
Ripudalavarinim Mataram!
Tumi vidya, tumi dharma,
Tumi hridi, tumi marma,
Tvam hi pranah sharire!
Bahute tumi ma shakti,
Hridaye tumi ma bhakti,
Tomarayipratima gari mandire mandire!
Tvam hi Durga dashapraharana dharini,
Kamala, Kamaladalaviharini,
Vani, vidyadayini namami tvam,
Namami Kamalam, amalam, atulam,
Sujalam, suphalam, Mataram,
Vande Mataram!
Shyamalam, saralam, susmitam, bhushitam,
Dharanim, bharanim, Mataram!
Vande Mataram, written by him in Bankam Chandra Chatterjee's novel Ananda Math, was accepted as a national song on January 26, 1950. It was first sung in 1896 at the convention of the Indian National Congress (President- Rahmatullah Sayani). The time to sing this song is 1 minute and 5 seconds. No person can be compelled to sing national song.
राष्ट्रगान- रवींद्रनाथ ठाकुर द्वारा रचित जन-गण-मन को संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 ईस्वी को भारत का राष्ट्रगान स्वीकार किया। इसके गायन का समय 52 सेकंड है तथा संक्षिप्त समय 20 सेकंड है जिस में इस की प्रथम और अंतिम पंक्तियां गाई जाती है। यह सर्वप्रथम 27 दिसंबर, 1911 को भारतीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन (अध्यक्ष पंडित विशन नारायण दत्त) में गाया गया। इसे रवींद्रनाथ ठाकुर ने 1912 ईस्वी में तत्वबोधिनी में भारत भाग्य विधाता शीर्षक से प्रकाशित किया था तथा 1919 में मॉर्निंग सांग ऑफ़ इंडिया के नाम से अंग्रेजी अनुवाद किया। राष्ट्रगान के वर्तमान संगीतमय धुन को बनाने का श्रेय कैप्टन राम सिंह ठाकुर को जाता है।
जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।
Jana gana mana adhinaayak jay he Bhaarat bhaagy vidhaata!
Panjaab Sindh Gujaraat Maraatha Draavid Utkal Bang
Vindhy Himaachal Yamuna Ganga Uchchhal Jaladhi Tarang
Tav shubh naame jaage, tav shubh aashish maage,
Gaahe tav jay gaatha.
Jan gan mangaladaayak jay he Bhaarat bhaagy vidhaata!
Jay he, Jay he, Jay he, Jay Jay Jay Jay he..
National anthem of india