Mughal history in hindi

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S.N.शासकजन्मजन्म नामशासन कालमृत्यु
1बाबर23 फ़रवरी 1483ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर30 अप्रैल 1526 – 26 दिसम्बर 15305 जनवरी 1531 (आयु 47)
2हुमायूँ17 मार्च 1508नसीरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ26 दिसम्बर 1530 – 17 मई 154027 जनवरी 1556 (आयु 47)
3अकबर14 अक्टूबर 1542जलालुद्दीन मुहम्मद27 जनवरी 1556 – 27 अक्टूबर 160527 अक्टूबर 1605 (आयु 63)
4जहांगीर20 सितम्बर 1569नूरुद्दीन मुहम्मद सलीम27 अक्टूबर 1605 – 8 नवम्बर 16278 नवम्बर 1627 (आयु 58)
5शाह-जहाँ5 जनवरी 1592शहाबुद्दीन मुहम्मद ख़ुर्रम8 नवम्बर 1627 – 31 जुलाई 165822 जनवरी 1666 (आयु 74)
6अलामगीर

 

(औरंगज़ेब)

4 नवम्बर 1618मुइनुद्दीन मुहम्मद31 जुलाई 1658 – 3 मार्च 17073 मार्च 1707 (आयु 88)
7बहादुर शाह14 अक्टूबर 1643क़ुतुबुद्दीन मुहम्मद मुआज्ज़म19 जून 1707 – 27 फ़रवरी 171227 फ़रवरी 1712 (आयु 68)
8जहांदार शाह9 मई 1661माज़ुद्दीन जहंदर शाह बहादुर27 फ़रवरी 1712 – 11 फ़रवरी 171311 फ़रवरी 1713 (आयु 51)
9फर्रुख्शियार20 अगस्त 1685फर्रुख्शियार11 जनवरी 1713 – 28 फ़रवरी 171928 फ़रवरी 1719 (आयु 33)
10मुहम्मद शाह17 अगस्त 1702रोशन अख्तर बहादुर27 सितम्बर 1719 – 26 अप्रैल 174826 अप्रैल 1748 (आयु 45)
11अहमद शाह बहादुर23 दिसम्बर 1725अहमद शाह बहादुर26 अप्रैल 1748 – 2 जून 17541 जनवरी 1775 (आयु 49)
12आलमगीर द्वितीय6 जून 1699अज़ीज़ुद्दीन2 जून 1754 – 29 नवम्बर 175929 नवम्बर 1759 (आयु 60)
13शाह आलम द्वितीय25 जून 1728अली गौहर24 दिसम्बर 1760 – 19 नवम्बर 180619 नवम्बर 1806 (आयु 78)
14अकबर शाह द्वितीय22 अप्रैल 1760मिर्ज़ा अकबर या अकबर शाह सानी19 नवम्बर 1806 – 28 सितम्बर 183728 सितम्बर 1837 (आयु 77)
15बहादुर शाह द्वितीय24 अक्टूबर 1775बहादुर शाह ज़फर28 सितम्बर 1837 – 14 सितम्बर 18577 नवम्बर 1862

Mughal history in hindi मुगल साम्राज्य का इतिहास 

मुगल साम्राज्य का संस्थापक बाबर था। बाबर एवं उत्तरवर्ती मुगल शासक तुर्क एवं सुन्नी मुसलमान थे। बाबर ने मुगल वंश की स्थापना के साथ ही पद पादशाही की स्थापना की, जिसके तहत शासक को बादशाह कहा जाता था।Mughal history in hindi

पूरा नाम – जहीर-उद-दिन मुहम्मद बाबर
पिता – उमर शेख मिर्जा
जन्म – 14 फरवरी, 1483.
जन्मस्थान – अन्दिझान (उज्बेकिस्तान)
माता – कुतलुग निगार खानम
विवाह – आयेशा सुलतान बेगम, जैनाब सुलतान बेगम, मौसमा सुलतान बेगम, महम बेगम, गुलरुख बेगम, दिलदार अघाबेगम, मुबारका युरुफझाई, सहिला सुलतान बेगम, हज्जाह गुलनार अघाचा, नाझगुल अघाचा, बेगा बेगम।
पुत्र- हुमायूँ, कामरान, अस्करी, हिन्दाल
पुत्री- गुलबदन बेगम
शासन काल- सन 1526 से 1530 ई.
निर्माण-क़ाबुली बाग़ मस्जिद, जामी मस्जिद , आगरा की मस्जिद, नूर अफ़ग़ान, बाबरी मस्जिद

Mughal history in hindi

  1. बाबर का जन्म 24 फरवरी, 1483 ईसवी में हुआ था।
  2. बाबर के पिता उमर शेख मिर्जा फरगना नामक छोटे राज्य के शासक थे।
  3. बाबर फरगना की गद्दी पर 8 जून 1494 में बैठा था।
  4. बाबर ने 1507 ईस्वी में बादशाह की उपाधि धारण की थी, जिसे अब तक किसी तैमूर शासक ने धारण नहीं की।
  5. बाबर के चार पुत्र थे- हुमायूं, कामरान, अस्करी तथा हिंदाल।
  6. बाबर ने भारत पर 5 बार आक्रमण किया था।
  7. बाबर का भारत के विरुद्ध किया गया प्रथम अभियान 1519 HD में यूसुफजई जाति के विरुद्ध था। इस अभियान में बाबर ने बाजौर और भेरा को अपने अधिकार में कर लिया था।
  8. बाबर को भारत पर आक्रमण करने का निमंत्रण पंजाब के शासक दौलत खान लोदी एवं मेवाड़ के शासक राणा सांगा ने दिया था।
  9. पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर ने पहली बार तुगलमा युद्ध नीति, तोपखाने का प्रयोग किया था।उस्ताद अली एवं मुस्तफा बाबर के दो प्रसिद्ध निशानेबाज थे जिसने पानीपत के प्रथम युद्ध में भाग लिया था।
  10. बाबर को अपनी उदारता के लिए कलंदर की उपाधि दी गई।
  11. खानवा युद्ध में विजय के बाद बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की थी।
  12. 30 जनवरी 1528 को जहर दे देने के कारण राणा सांगा की मृत्यु हो गई।
  13. करीब 48 वर्ष की आयु में 26 दिसंबर 1530 ईसवी को आगरा में बाबर की मृत्यु हो गई।
  14. प्रारंभ में बाबर के शव को आगरा के आराम बाग में दफनाया गया, बाद में काबुल में उसके द्वारा चुने गए स्थान पर दफनाया गया।
  15. बाबर ने अपनी आत्मकथा बाबरनामा की रचना की। जिसका अनुवाद बाद में फारसी भाषा में अब्दुल रहीम खानखाना ने किया।
  16. बाबर को मुबईयांन नामक पद्य शैली का भी जन्मदाता माना जाता है।
  17. बाबर प्रसिद्ध नक्शबंदी सूफी ख्वाजा उबैदुल्ला का अनुयाई था।
  18. बाबर का उत्तराधिकारी हुमायूं हुआ।
  19. babar ka maqbara
  20. Mughal history in hindi

बाबर द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध (Major war fought by Babar)

पानीपत का प्रथम युद्ध (First War of Panipat)-पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 ईस्वी को इब्राहिम लोदी और बाबर के मध्य हुआ था। इस युद्ध में बाबर को निर्णायक विजय प्राप्त हुई, इस विजय के परिणाम स्वरुप बाबर का दिल्ली और आगरा पर अधिपततव हो गया। इसके साथ ही दिल्ली सल्तनत के शासन का अंत हुआ और भारत में मुगल वंश के शासन की स्थापना हुई।

खानवा का युद्ध (Battle of Khanwa)-17 मार्च, 1527 ईस्वी को बाबर और राणा सांगा की सेनाओं के मध्य खानवा के मैदान में घमासान युद्ध हुआ, जिसे खानवा का युद्ध के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध में तोप खाने और तुलुगमा पद्धति ने बाबर को निर्णय बिजय दिलाई थी।

चंदेरी का युद्ध (Battle of Chanderi)-29 जनवरी 1528 ईसवी को मोहिनी राय एवं बाबर के मध्य युद्ध हुआ और 19 मई 1528 को बाबर का चंदेरी पर अधिकार हुआ।

घाघरा का युद्ध (Ghaghra war)-इब्राहिम लोदी का भाई महमूद लोदी अफगानों को संगठित कर बिहार में बाबर के विरुद्ध युद्ध की तैयारी कर रहा था। अतः बाबर द्वारा 6 मई, 1529 ईस्वी को घाघरा नदी के किनारे अफगानी सेना पुनः पराजित की गई यह युद्ध घाघरा का युद्ध के नाम से जाना जाता है।

Mughal history in hindi

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पूरा नाम – नासिरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ
पिता – बाबर
जन्म –6 मार्च, सन् 1508 ई.
जन्मस्थान –क़ाबुल
माता – माहम बेगम
विवाह – हमीदा बानू बेगम, बेगा बेगम, बिगेह बेगम, चाँद बीबी, हाज़ी बेगम, माह-चूचक, मिवेह-जान, शहज़ादी ख़ानम
पुत्र-अकबर, मिर्ज़ा मुहम्मद हाकिम
पुत्री- अकीकेह बेगम, बख़्शी बानु बेगम, बख्तुन्निसा बेगम
शासन का काल- लगभग 11 वर्ष
राज्याभिषेक-30 दिसम्बर, सन् 1530 ई. आगरा
मक़बरा-हुमायूँ का मक़बरा (Humayun ka maqbara)

Mughal history in hindi

  1. नसीरुद्दीन हुमायूँ 29 दिसंबर 1530 ईसवी को आगरा में 23 वर्ष की अवस्था में सिंहासन पर बैठा। गद्दी पर बैठने से पहले हुमायूँ बदख्शां का सूबेदार था।
  2. अपने पिता के निर्देश के अनुसार हिमायू ने अपने राज्य का बंटवारा अपने भाइयों में कर दिया। इसने कामरान को काबुल और कंधार, मिर्जा अस्करी को संभल, मिर्जा हिन्दाल को अलवर एवं मेवाड़ की जागीर दी। अपने चचेरे भाई सुलेमान मिर्जा को हुमायूँ ने बदख्शां प्रदेश दिया।
  3. 1535 में हुमायूँ ने दीनपनाह नामक नए नगर की स्थापना की थी
  4. चौसा का युद्ध 25 जून 1539 ईस्वी में शेर खाँ एवं हिमायू के बीच हुआ। इस युद्ध में शेर खा विजई रहा। इसी युद्ध के बाद शेर खाँ ने शेरशाह की पदवी ग्रहण कर ली।
  5. बिलग्राम या कन्नौज युद्ध 17 मई 1540 ईस्वी में शेर खाँ एवं हुमायूँ के बीच युद्ध हुआ। इस युद्ध में भी हुमायूँ पराजित हुआ। शेर खां ने आसानी से आगरा, दिल्ली पर कब्जा कर लिया।
  6. बिलग्राम युद्ध के बाद हुमायूँ सिंध चला गया, जहां उसने 15 वर्षों तक घुमक्कड़ों जैसा निर्वासित जीवन व्यतीत किया।
  7. निर्वासन के समय हुमायूँ ने हिन्दाल के आध्यात्मिक गुरु फारसवासी सिया मीर बाबा दोस्त उर्फ़ मीर अली अकबर जामी की पुत्री हमीदा बानो बेगम से 29 अगस्त 1541 को निकाह कर लिया कालांतर में हमीदा से ही अकबर महान सम्राट का जन्म हुआ।
  8. 1555 में हुमायूँ ने पंजाब के सूरी शासक सिकंदर को पराजित कर दिल्ली की गद्दी पर बैठा।
  9. 1 जनवरी 1556 ईसवी को दीनपनाह भवन में स्थित पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरने के कारण हुमायूं की मृत्यु हो गई।
  10. हुमायूंनामा की रचना गुलबदन बेगम ने की थी।
  11. हुमायूं ज्योतिष में विश्वास करता था, इसलिए इसने सप्ताह के सातों दिन सात रंग के कपड़े पहनने के नियम बनाए थे।
  12. Mughal history in hindi (Mughal history in hindi)

पूरा नाम – जलालउद्दीन मुहम्मद अकबर
पिता – हुमायूँ
जन्म –15 अक्टूबर सन् 1542
जन्मस्थान –अमरकोट, सिन्ध (पाकिस्तान)
माता –मरियम मक़ानी
विवाह – मरियम उज़-ज़मानी (हरखाबाई)
संतान-जहाँगीर के अलावा 5 पुत्र 7 बेटियाँ
शासन का काल-27 जनवरी, 1556 - 27 अक्टूबर, 1605
राज्याभिषेक-14 फ़रबरी 1556 कलानपुर के पास गुरदासपुर
युद्ध-पानीपत, हल्दीघाटी
मक़बरा-सिकन्दरा, आगरा

Mughal history in hindi (Mughal history in hindi)

  1. सम्राट अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 ईसवी को हमीदा बानो बेगम के गर्भ से अमरकोट के राणा वीरसाल के महल में हुआ था।
  2. अकबर का राज्याभिषेक 14 फरवरी 1556 ईसवी को पंजाब के कलानौर नामक स्थान पर हुआ। अकबर का शिक्षक अब्दुल लतीफ ईरानी विद्वान था।
  3. वह जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर बादशाह गाजी की उपाधि से राजसिंहासन पर बैठा।
  4. बैरम खां 1556 से 1560 तक अकबर का संरक्षक रहा।
  5. पानीपत की दूसरी लड़ाई 5 नवंबर 1556 को अकबर और हेमू के बीच हुई थी।
  6. मक्का की तीर्थ यात्रा के दौरान पाटन नामक स्थान पर मुबारक खां नामक युवक ने बैरम खां की हत्या कर दी।
  7. मई 1562 में अकबर ने हरम दल से अपने को पूर्ण मुक्त कर लिया।
  8. हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून, 1576 ईस्वी को मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुआ। इस युद्ध में अकबर बिजयी हुआ।
  9. इस युद्ध में मुगल सेना का नेतृत्व मानसिंह एवं आसफ खान ने किया था।
  10. अकबर का सेनापति मानसिंह था।
  11. महाराणा प्रताप की मृत्यु 57 वर्ष की उम्र में 19 जनवरी 1597 HD में हो गई।
  12. गुजरात विजय के दौरान अकबर सर्वप्रथम पुर्तगालियों से मिला और यही उस ने सर्वप्रथम समुद्र को देखा।
  13. दीन ए इलाही धर्म का प्रधान पुरोहित अकबर था।
  14. दीन ए इलाही धर्म स्वीकार करने वाला प्रथम एवं अंतिम हिंदू शासक बीरबल था।
  15. अकबर ने जैन धर्म के जैन आचार्य हरिविजय सूरी को जगतगुरु की उपाधि प्रदान की थी।
  16. राजस्व प्राप्ति की जब्ती प्रणाली अकबर के शासन काल में प्रचलित थी।
  17. अकबर के दीवान राजा टोडरमल ने 1580 में दहसाल बंदोबस्त व्यवस्था लागू की।
  18. अकबर के दरबार का प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन था।
  19. अकबर के दरबार के प्रसिद्ध चित्रकार अब्दुस्समद था।
  20. अकबर के शासन-प्रणाली की प्रमुख विशेषता मनसबदारी प्रथा थी।
  21. अबुल फजल अकबरनामा ग्रंथ की रचना की। वह दीन ए इलाही धर्म का मुख्य पुरोहित था।
  22. बीरबल के बचपन का नाम महेश दास था।
  23. बुलंद दरवाजा का निर्माण अकबर ने गुजरात विजय के उपलक्ष्य में करवाया था।
  24. अकबर की मृत्यु 16 अक्टूबर 1605 ई.को हुई। इसे आगरा के निकट सिकंदरा में दफनाया गया।(Mughal history in hindi)

अकबर के दरबार के नवरत्न (Navratna of akbar)

1-बीरबल, 2-अबुल फजल,  3-टोडरमल,  4-भगवानदास,  5-तानसेन,  6-मानसिंह,  7-अब्दुर्रहीम खानखाना,  8-मुल्ला दो प्याजा,  9-फैजी।

Mughal history in hindi

  1. पूरा नाम – मिर्ज़ा नूर-उद्दीन बेग़ मोहम्मद ख़ान सलीम जहाँगीर
    पिता – अकबर
    जन्म –30 अगस्त, सन् 1569
    जन्मस्थान –फ़तेहपुर सीकरी
    माता – मरियम उज़-ज़मानी
    विवाह –नूरजहाँ, मानभवती, मानमती
    पुत्र-ख़ुसरो मिर्ज़ा, ख़ुर्रम (शाहजहाँ), परवेज़, शहरयार, जहाँदारशाह
    पुत्री-  निसार बेगम, बहार बेगम बानू
    शासन का काल- सन 15 अक्टूबर, 1605 - 8 नवंबर, 1627
    राज्याभिषेक-24 अक्टूबर 1605 आगरा  (Mughal history in hindi)

  2. सलीम का शिक्षक अकबर का नवरत्न अब्दुर्रही
  3. अकबर के शासन के 13 वें अर्थात 30 अगस्त 1569 को जहांगीर का जन्म हुआ था, जहांगीर के बचपन का नाम सलीम था।
  4. म खानखाना था।
  5. अकबर की मृत्यु के पश्चात सलीम का जहांगीर के नाम से आगरा के किले में राज्याभिषेक हुआ।
  6. जहांगीर के सिंहासन पर बैठते ही सबसे पहले उसके पुत्र खुसरो ने 1606 HD में आगरा से पंजाब जाकर विद्रोह कर दिया। जहांगीर ने उसे भैरोवल के मैदान में परास्त किया तथा जहांगीर के आदेश पर उसे अंधा कर दिया गया था।
  7. खुसरो को सहायता एवं आशीर्वाद देने के अभियोग में सिक्खों के पांचवे गुरु अर्जुन देव को जहांगीर ने मृत्युदंड दिया तथा उनकी सारी संपत्ति जप्त कर ली मई।
  8. मई 1611 में जहांगीर ने मेहरूनिसा (नूरजहां) नामक विधवा से विवाह करके उसे नूरमहल की उपाधि दी। नूरजहां को 1613 में बादशाह बेगम भी बनाया गया। नूरजहां के पिता मिर्जा गयास बेग को दीवान अथवा राज्य कर मंत्री नियुक्त किया गया था उसे एतमादुद्दौला की उपाधि दी गई।
  9. इंग्लैंड के सम्राट जेम्स प्रथम ने अंग्रेजी कंपनी को व्यापक सुविधाएं दिलाने के लिए विलियम हाकिंस (1608 ई.), पालकैनिंग (1612 ई.) तथा विलियम एडवर्ड (1615 ई.) को जहांगीर के दरबार में भेजा।
  10. इंग्लैंड के सम्राट जेम्स प्रथम ने सर टामस रो (1615-19) को राजदूत बनाकर भेजा।
  11. 1627 ई. में जहांगीर की दमे के रोग से पीड़ित होने के कारण मृत्यु हो गई।

 

Mughal history in hind

पूरा नाम –मिर्ज़ा साहब उद्दीन बेग़ मुहम्मद ख़ान ख़ुर्रम
पिता –जहाँगीर
जन्म –5 जनवरी, सन् 1592
जन्मस्थान –लाहौर
माता –जगत गोसाई (जोधाबाई)
विवाह –अर्जुमन्द बानो (मुमताज)
पुत्र-दारा शिकोह, शुज़ा, मुराद, औरंगज़ेब
पुत्री- जहाँआरा, रोशनआरा, गौहनआरा
शासन का काल-सन 8 नवम्बर 1627 - 2 अगस्त 1658 ई.
राज्याभिषेक-25 जनवरी, सन् 1628
निर्माण-ताजमहल, लाल क़िला दिल्ली, मोती मस्जिद आगरा, जामा मस्जिद दिल्ली
उपाधि-अबुल मुज़फ़्फ़र शहाबुद्दीन मुहम्मद साहिब किरन-ए-सानी, शाहजहाँ (जहाँगीर के द्वारा प्रदत्त)

  1. शाहजहां का जन्म लाहौर में 5 जनवरी, 1592 ई. को हुआ था।
  2. 1628 ई. में बड़ी धूमधाम के साथ आगरा के राज सिहासन पर शाहजहां का राज्यारोहण हुआ।
  3. शाहजहां का विवाह नूरजहां की भतीजी, आसफ खान की पुत्री अर्जुमंद बानो बेगम से 1612 ई. में हुआ था। विवाह के पश्चात शाहजहां ने अपनी पत्नी अर्जुमंद बानो बेगम को मुमताज महल की उपाधि से अलंकृत किया।
  4. शाहजहां के शासनकाल में सबसे पहला विद्रोह 1628 HD में खाने जहां लोदी का था।
  5. शाहजहां 6 सितंबर 1657 ई. में गंभीर रूप से रोग ग्रस्त हो गया, ऐसी स्थिति में उसके चार पुत्रों दाराशिकोह,सुजा, औरंगजेब और मुराद के मध्य उत्तराधिकार का युद्ध प्रारंभ हो गया।
  6. अपनी बेगम मुमताज महल की याद में शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण आगरा में उसकी कब्र के ऊपर करवाया।
  7. ताजमहल का निर्माण करने वाला मुख्य स्थापत्य कलाकार उस्ताद अहमद लाहौरी था।
  8. मयूर सिंहासन का निर्माण शाहजहां ने करवाया था इसका मुख्य कलाकार बे बादल खां था।
  9. शाहजहां के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्ण युग कहा जाता है।
  10. शाहजहां द्वारा बनवाई गई प्रमुख इमारतें- दिलली का लालकिला, दीवाने आम, दीवाने खास, दिल्ली जामा मस्जिद, आगरा मोती मस्जिद, ताजमहल आदि हैं
  11. शाहजहां ने 1638 में अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली लाने के लिए यमुना नदी के तट पर शाहजहानाबाद की नींव डाली।
  12. सामूगढ़ में विजय प्राप्त करने के पश्चात औरंगजेब ने मुराद की हत्या कर दी तथा औरंगजेब ने स्वयं को बादशाह घोषित कर दिया।
  13. शाहजहां के अंतिम 8 वर्ष (1658-1666 ई. आगरा के किले के बुर्ज में एक बंदी के रूप में ब्ययतीत हुयी।
  14. 1666 में शाहजहां की मृत्यु हो गई और उसे ताजमहल में उसकी पत्नी की कब्र के निकट सामान्य अनुचरों द्वारा दफनाया गया।

पूरा नाम –अब्दुल मुज़फ़्फ़र मुहीउद्दीन मुहम्मद औरंगज़ेब बहादुर आलमगीर पादशाह गाज़ी
पिता –शाहजहाँ
जन्म –4 नवम्बर, सन् 1618 ई.
जन्मस्थान –दोहद (गुजरात)
माता –मुमताज़ महल
विवाह –रबिया दुर्रानी
पुत्र-सुल्तान मुहम्मद, शाहजादा मुअज्ज़म, शाहजादा आज़म, शाहजादा अकबर, कामबख्श
पुत्री- जेबुन्निसा
शासन का काल-31 जुलाई, सन् 1658 से 3 मार्च, सन् 1707 तक
राज्याभिषेक-15 जून, सन् 1659 ई. में लाल क़िला, दिल्ली
निर्माण-लाहौर की बादशाही मस्जिद 1674 ई. में, बीबी का मक़बरा, औरंगाबाद, मोती मस्जिद
उपाधि-औरंगज़ेब आलमगीर

  1. औरंगजेब का जन्म 24 अक्टूबर 1618 ईसवी को दोहाद (गुजरात) नामक स्थान पर हुआ था।
  2. औरंगजेब के बचपन का अधिकांश समय नूरजहां के पास बीता। 18 मई 1635 ईसवी को फारस के राजघराने की दिलराज बानो बेगम के साथ औरंगजेब का निकाह हुआ।
  3. आगरा पर कब्जा कर जल्दबाजी में औरंगजेब ने अपना राज्यभिषेक अब्दुल मुज़फ़्फ़र मुहीउद्दीन मुज़फ़्फ़र औरंगज़ेब बहादुर आलमगीर की उपाधि से 31 जुलाई 1658 को करवाया।
  4. औरंगजेब के गुरु मीर मोहम्मद हकीम थे।
  5. औरंगजेब सुन्नी धर्म को मानता था उसे जिंदा पीर कहा जाता था।
  6. मई 1666 को आगरे के किले के दीवाने आम में औरंगजेब के समक्ष शिवाजी उपस्थित हुए। यहां शिवाजी को कैद कर जय पुर भवन में रखा गया।
  7. इस्लाम नहीं स्वीकार करने के कारण सिक्खों के नौवे गुरु तेज बहादुर की हत्या औरंगजेब ने 1675 में दिल्ली में करवा दी थी।
  8. औरंगजेब ने 1679 में जजिया कर को पुनः लागू कर दिया।
  9. औरंगजेब ने बीवी का मकबरा का निर्माण 1679 में औरंगाबाद में करवाया था।
  10. औरंगजेब के शासनकाल में मुगल सेना में सर्वाधिक हिंदू सेनापति थे।