MPPSC SYLLABUS Thursday 21st of November 2024
MPPSC Syllabus in Hindi. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग पाठ्यक्रम MPPSC Pre & Mains Exam Pattern and Syllabus in PDF. SYLLABUS OF MPPSC PRELIMS & MAINS. Download MPPSC Exam Syllabus and Pattern for State Services Exam. MPPSC SYLLABUS Hindi Me. MPPSC State Service Main Exam Syllabus 2019-20. MPPSC PCS Main Exam Pattern.
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (Madhya Pradesh Public Service Commission) प्रत्येक वर्ष विभिन्न पदों पर भर्तियां निकालता है, जिस की विज्ञप्ति हाल ही में जारी हो चुकी है। जो उम्मीदवार इस परीक्षा (MPPSC Exam) में भाग लेना चाहते हैं, तथा सफलता हासिल करना चाहते हैं उन्हें एमपीपीएससी के परीक्षा पैटर्न (MPPSC Exam pattern) तथा सिलेबस (MPPSC Syllabus) के बारे में भली-भांति जानकारी होना अति आवश्यक है।
इसलिए आज हम एमपीपीएससी सिलेबस (MPPSC Syllabus) तथा एमपीपीएससी एग्जाम पैटर्न (MPPSC Exam Pattern) से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे एमपीपीएससी परीक्षा पैटर्न, एमपीपीएससी सिलेबस तथा इस परीक्षा में शामिल किये जाने वाले विषय,निर्धारित प्रश्नों की संख्या, उनके लिए निर्धारित अधिकतम अंक, समय अवधि आदि का वर्णन करेंगे जो आपके लिए अति उपयोगी साबित होगी।
एमपीपीएससी परीक्षा के प्रमुख तीन चरण है।
1.प्रारंभिक परीक्षा
2.मुख्य परीक्षा
3.साक्षात्कार
एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (MPPSC Pre Exam)में वस्तुनिष्ट प्रकार के 2 प्रश्न पत्र होते हैं। प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन तथा दूसरा प्रश्न पत्र सामान्य अभिरुचि परीक्षण का होता है। दोनों प्रश्न पत्रों में दो-दो अंक के 100 प्रश्न होते हैं, अर्थात प्रत्येक प्रश्न पत्र 200 अंकों का होता है और प्रत्येक प्रश्न पत्र के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (MPPSC Pre Exam) एक छटनी परीक्षा है इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा हेतु अर्ह घोषित किया जाएगा। MPPSC SYLLABUS
एमपीपीएससी (MPPSC Exam) की अंतिम चयन सूची केवल मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार किया जाएगा।
एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का परीक्षा प्रारूप (MPPSC Pre Exam Pattern) निम्न सारणी के अनुसार होगा। MPPSC SYLLABUS
Papers | Subject Name | Type of Exam | Number of Questions | Total Marks | Time Duration |
Paper -1 | General Studies | Objective Type | 100 | 200 | 2 Hours |
Paper-2 | General Awareness | Objective Type | 100 | 200 | 2 Hours |
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन मुख्य परीक्षा के लिए किया जाता है। एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा मात्र एक छटनी परीक्षा होती है इस परीक्षा के अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़ा जाता है। एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (MPPSC Pre Syllabus) में पूछे गए प्रश्नों निम्न बिंदुओं पर आधारित होते हैं। MPPSC SYLLABUS
सामान्य विज्ञान एवं पर्यावरण:- सामान्य विज्ञान एवं पर्यावरण (पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता तथा मौसम परिवर्तन) पर प्रश्नों में दैनंदिन या रोजमर्रा के अवलोकन एवं अनुभव से संबंधित प्रश्न जो किसी भी शिक्षित व्यक्ति द्वारा अपेक्षित हैं और जिन्होंने इन विषयों का विशेष अध्ययन नहीं किया हो सम्मिलित होंगे। MPPSC SYLLABUS
भारत का इतिहास एवं स्वतंत्र भारत:- इसमें इतिहास में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक पहलुओं से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान के प्रश्न होंगे। राष्ट्रीय आन्दोलन एवं स्वतंत्र भारत के विकास संबंधी प्रश्न भी पूछे जाएंगे।
राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं:- इसके अंतर्गत प्रमुख राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा।
भारत का भूगोल:- भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल के सामान्य ज्ञान के प्रश्न होंगे। इसमें भारतीय कृषि एवं प्राकृतिक संसाधनों का समावेश होगा तथा भारतीय जनांकिकीय एवं जनगणना से संबंधित प्रश्न भी होंगे। विश्व की सामान्य भौगोलिक जानकारी। MPPSC SYLLABUS
खेलकूद:- मध्यप्रदेश, भारत, एशिया एवं विश्व में खेले जाने वाले प्रमुख खेलकूद एवं खेल प्रतियोगिताओं, पुरस्कारों, व्यक्तित्वों तथा प्रतिष्ठित खेल संस्थानों से संबंधित प्रश्न होंगे।
भारतीय राजनीति एवं अर्थव्यवस्था:- इसमें देश की राजनीतिक व्यवस्था एवं संविधान, पंचायती राज, सामाजिक व्यवस्था, सतत् आर्थिक विकास, चुनाव, राजनीतिक दलों, योजनाएं, औद्योगिक विकास, विदेशी व्यापार, आर्थिक एवं वित्तीय संस्थानों पर प्रश्न होंगे।
मध्यप्रदेश का भूगोल, इतिहास तथा संस्कृति:- मध्यप्रदेश के भूगोल में पर्वतों के विकास, नदियां, जलवायु, वनस्पतियां, जीवजंतु, खनिज, परिवहन से संबंधित प्रश्न होंगे। मध्यप्रदेश के इतिहास एवं संस्कृति में प्रसिद्ध राजवंशों का योगदान, जनजातियां, कला, स्थापत्य कला, ललित कलाओं एवं ऐतिहासिक व्यक्तियों पर भी प्रश्न होंगे।
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी:- इसमें अभिलक्षण, प्रयोग और शब्दावलियों जैसे वेबसाईट, ऑनलाईन सर्च इंजिन, ई-मेल, वीडियो मेल, चैटिंग, वीडियो कॉन्फ्रंस, हैकिंग , क्रेकिंग, कंप्यूटर वायरस और सायबर अपराध से सम्बन्धित प्रश्न सम्मिलित होंगे।
मध्यप्रदेश की राजनीति एवं अर्थव्यवस्था:- इसमें प्रदेश की राजनीतिक व्यवस्था, राजनीतिक दलों एवं चुनाव, पंचायतीराज, मध्यप्रदेश की सामाजिक व्यवस्था, सतत् आर्थिक विकास से संबंधित प्रश्न होंगे। इसमें उद्योग, योजनाएं, आर्थिक कार्यक्रम, व्यापार, मध्यप्रदेश की जनांकिकीय और जनगणना पर भी प्रश्न पूछे जाएंगे।
अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम ) 1989 (1889 का 33) एवं सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम 1955 (1955 का 22)।
मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993
MPPSC SYLLABUS
सामान्य अभिरूचि परीक्षण से संबंधित प्रश्न निम्न बिंदुओं पर आधारित होंगे।
1.बोधगम्यता।
2.संचार कौशल सहित अंतर वैयक्तिक कौशल।
3.तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता।
4.निर्णय लेना और समस्या समाधान।
5.सामान्य मानसिक योग्यता।
6.आधारभूत संख्यनन (संख्याएं एवं उनके संबंध, विस्तार क्रम, आदि दसवीं कक्षा का स्तर)
7.आंकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि दसवीं कक्षा का स्तर) MPPSC SYLLABUS
8.हिन्दी भाषा में बोधगम्यता कौशल (दसवीं कक्षा का स्तर)
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम (MPPSC Mains Syllabus) में कुल 6 प्रश्न पत्र होते हैं, जिसमें 4 प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन के होते हैं। पांचवा प्रश्न पत्र सामान्य हिंदी का होता है और छठा प्रश्न पत्र निबंध लेखन का होता है। सामान अध्ययन के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रश्न पत्र में दो खंड अ तथा खंड ब होता है एवं प्रत्येक खंड 150 अंकों का होता है। चतुर्थ प्रश्न पत्र में एक ही खंड होता है। सामान्य ज्ञान प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ प्रश्न पत्र हिंदी व अंग्रेजी दोनों माध्यम में प्रदान किए जाएंगे, अभ्यर्थी द्वारा हिंदी/अंग्रेजी माध्यम में से किसी एक भाषा में उत्तर लिखने का विकल्प चयन कर सकते हैं। MPPSC Syllabus in Hindi.
एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा के प्रश्न पत्र, विषय, परीक्षा अवधि और अधिकतम अंक निम्न दिए गए प्रारूप के अनुसार होगा।
Papers | Subject Name | Max. Marks | Time Duration |
Paper-I | General Studie- I | 300 | 3 Hours |
Paper-II | General Studie- II | 300 | 3 Hours |
Paper-III | General Studie- III | 300 | 3 Hours |
Paper-IV | General Studie- IV | 200 | 3 Hours |
Paper-V | General Hindi | 200 | 3 Hours |
Paper-VI | Essay Writing | 100 | 2 Hours |
इतिहास एवं संस्कृति
विश्व इतिहास के अंतर्गत पुनर्जागरण, इंग्लैंड की क्रांति, फ्रांस की क्रांति, औद्योगिक क्रांति, रूसी क्रांति, प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध आदि से सम्बंधित प्रश्न। MPPSC SYLLABUS
भारतीय इतिहास के अंतर्गत भारत का राजनीतिक आर्थिक एवं सामाजिक इतिहास, हड़प्पा सभ्यता से 10 वीं शताब्दी तक।
मुगल और उनका प्रशासन, मिश्रित संस्कृति का उद्भव।
11वीं से 18 वीं शताब्दी तक मध्य भारत का राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक इतिहास।
ब्रिटिश शासन का भारतीय अर्थव्यवस्था एवं समाज पर प्रभाव, ब्रिटिश शासन के प्रति भारतीयों की प्रतिक्रिया, कृषक एवं आदिवासियों का विद्रोह, प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन / संग्राम। MPPSC SYLLABUS
भारतीय पुनर्जागरण के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन इसके नेतृत्व कर्ता (मध्य प्रदेश के विशेष संदर्भ में)
गणतंत्र के रूप में भारत का उदय, राज्यों का पुनर्गठन, मध्य प्रदेश का गठन, स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात के प्रमुख घटना क्रम।
मध्य प्रदेश के विशेष संदर्भ में भारतीय सांस्कृतिक विरासत प्राचीन काल से आधुनिक काल तक विभिन्न कला प्रारूपों, साहित्य, उत्सव, वास्तुकला के प्रमुख पछ।
भारत में विश्व धरोहर स्थल, मध्य प्रदेश में पर्यटन।
भूगोल
भारत एवं विश्व भौतिक भूगोल की प्रमुख विशेषताएं।
प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण, मध्य प्रदेश के कृषि- जलवायु क्षेत्र एवं उद्योग।
भारत एवं मध्य प्रदेश की जनांकिकी, मध्यप्रदेश की जनजातियां, आपदा ग्रस्त जनजातियों के विशिष्ट संदर्भ में।
कृषि परिस्थितिकी एवं मनुष्य के लिए इसकी प्रसंगिकता, धारणीय प्रबंधन एवं संरक्षण संरक्षण। राज्य की प्रमुख फसलें, कृषि जोत क्षेत्र में फसल चक्र, फसलों के उत्पादन और वितरण का भौतिक और सामाजिक पर्यावरण। राज्य में बीज एवं खाद की गुणवत्ता एवं आपूर्ति, कृषि के तरीके, बागवानी, मुर्गी पालन, डेयरी, मछली पालन आदि के मुद्दे एवं समस्याएं, कृषि उत्पादन, परिवहन, भंडारण एवं विपणन आदि से संबंधित समस्याएं एवं चुनौतियां। MPPSC SYLLABUS
मृदा के भौतिक, रासायनिक एवं जैविक गुण, मृदा निर्माण की प्रक्रिया एवं मृदा के खनिज एवं कार्बनिक तत्व तथा भूमि की उत्पादकता बनाए रखने में उनका योगदान। मृदा एवं वनस्पति में आवश्यक वनस्पति पौषक और लाभदायक तत्व। समस्या ग्रस्त मृदा और उसके परिष्कार के तरीके, मध्यप्रदेश में मृदा छरण और ह्रास की समस्याएं। जल ग्रहण आधार पर मृदा संरक्षण नियोजन।
भारत में खाद्य प्रसंस्करण संबंधित उद्योग- संभावनाएं एवं महत्व, स्थान निर्धारण, उद्योग की पूर्ववर्ती एवं अग्रवर्ती आवश्यकताएं, मांग पूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
भारत में भूमि सुधार।
जल प्रबंधन
भू- जल एवं जल संग्रहण प्रबंधन।
जल का उपयोग एवं कुशल सिंचाई प्रणाली। MPPSC SYLLABUS
पेयजल- आपूर्ति, जल की अशुद्धता के कारक एवं गुणवत्ता का प्रबंधन।
आपदा एवं आपदा प्रबंधन-
मानव निर्मित एवं प्राकृतिक आपदाएं, आपदा प्रबंधन की अवधारणा एवं विस्तार की संभावनाएं, विशिष्ट खतरे एवं उनका शमन।
सामुदायिक योजना संसाधन मानचित्रण, राहत एवं पुनर्वास, निरोधक एवं प्रशासनिक उपाय, सुरक्षित निर्माण, वैकल्पिक संचार एवं जीवन रक्षा हेतु दक्षता।
केस स्टडी- चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र त्रासदी 1986, भोपाल गैस त्रासदी 1984, कच्छ भूकंप 2001, भारतीय सुनामी 2004, फुकुशिमा डायची परमाणु आपदा 2011, उत्तराखंड बाढ़ 2013, उज्जैन त्रासदी 1994, इलाहाबाद कुंभ की भगदड़ 2013, जम्मू कश्मीर की बाढ़ 2014 आदि का अध्ययन।
1.संविधान, शासन की राजनीतिक एवं प्रशासनिक संरचना-
संविधान निर्माण समिति, भारत का संविधान, प्रस्तावना, बुनियादी संरचना, मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य एवं राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत, संविधान की अनुसूचियां, संवैधानिक संशोधन, भारत के संविधान की अन्य देशों के संविधान ओं के साथ तुलना।
केंद्र एवं राज्य विधायिका।
केंद्र एवं राज्य कार्यपालिका।
न्यायपालिका- सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय, जिला एवं अधीनस्थ न्यायालय, न्यायपालिका की अवमानना।
भारतीय संघ की प्रकृति, केंद्र और राज्यों के संबंध, शक्तियों का विभाजन (केंद्र सूचि, राज्य सूची एवं समवर्ती सूची) संसाधनों का वितरण।
विकेंद्रीकरण लोकतांत्रिक शासन में जनभागीदारी, स्थानीय शासन, संविधान के 73वें और 74 वें संशोधन, पंचायतें नगर पालिकाऐं।
लोकपाल लोकायुक्त एवं लोक न्यायालय- न्यायपालिका, संवैधानिक व्यवस्था के संरक्षण एवं परहरी के रूप में न्यायिक सक्रियता, जनहित याचिका।
जवाबदेही एवं अधिकार- प्रतिस्पर्धा आयोग, उपभोक्ता न्यायालय, सूचना आयोग, महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग, अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति /अनुसूचित पिछड़ा आयोग एवं अन्य निवारण संस्थाएं/ प्राधिकरण। पारदर्शिता एवं जवाबदेही, सूचना का अधिकार,सार्वजानिक निधि का उपयोग।
लोकतंत्र की कार्यप्रणाली- राजनीतिक दल, राजनीतिक प्रतिनिधित्व, निर्णय प्रक्रिया में नागरिकों की भागीदारी।
निर्वाचन- निर्वाचन आयोग, निर्वाचन संबंधी सुधार।
समुदाय आधारित संगठन एवं गैर सरकारी संगठनों का उद्भव- स्व सहायता समूह। मीडिया की भूमिका एवं समस्याएं। MPPSC SYLLABUS
2.बाह्य एवं आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे।
3.सामाजिक एवं महत्वपूर्ण विधान-
भारतीय समाज, सामाजिक बदलाव के एक साधन के रूप में सामाजिक विज्ञान।
मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 ।
भारतीय संविधान एवं आपराधिक विधि के अंतर्गत महिलाओं को प्राप्त सुरक्षा।
घरेलू हिंसा से स्त्री का संरक्षण अधिनियम 2005 ।
सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम 1955 ।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 ।
सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 ।
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 ।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 ।
मध्य प्रदेश लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम 2010 ।
4.सामाजिक क्षेत्र- स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सशक्तिकरण
स्वास्थ्य सेवाएं- भारत/ मध्य प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों के संदर्भ में निरोधात्मक एवं उपचारात्मक स्वास्थ्य कार्यक्रम। सभी के लिए उपचारात्मक स्वास्थ्य की उपलब्धता से संबंधित समस्याएं। चिकित्सकों एवं चिकित्सा सहायकों की उपलब्धता, ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सेवाएं।
कुपोषण- कारण और प्रभाव एवं पूरक पोषण हेतु शासकीय कार्यक्रम।
प्रतिरक्षा शास्त्र के क्षेत्र में तकनीकी दखल- प्रतिरक्षण परिवारिक स्वास्थ्य, बायोटेक्नोलॉजी, संक्रामक एवं असंक्रामक बीमारियों के उपचार।
जन्म मृत्यु समंक।
5.विश्व स्वास्थ्य संगठन- उद्देश्य, संरचना, कार्य एवं कार्यक्रम।
शिक्षा प्रणाली- मानव संसाधन विकास में शिक्षा एक साधन, सार्वभौमिक/ समान प्रारंभिक शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा की गुणवत्ता, बालिकाओं की शिक्षा से संबंधित मुद्दे, वंचित वर्ग, निशक्तजन से संबंधित मुद्दे। MPPSC SYLLABUS
6.मानव संसाधन विकास।
7.कल्याणकारी कार्यक्रम
वृद्धजन, निशक्तजन, बच्चों, महिलाओं, श्रम एवं सामाजिक रूप से वंचित वर्ग एवं विकास परियोजनाओं के फलस्वरूप विस्थापित वर्गों से संबंधित मुद्दे एवं कल्याणकारी कार्यक्रम।
8.लोक सेवाएं
लोक सेवाएं, अखिल भारतीय सेवाएं, केंद्रीय सेवाएं, राज्य सेवाएं, संवैधानिक पद- भूमिका कार्य और कार्य की प्रवृत्ति, संघ लोक सेवा आयोग, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, शासन के बदलते प्रारूप के संदर्भ में केंद्र एवं राज्य के प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान।
9.लोक व्यय एवं लेखा-
लोक व्यय पर नियंत्रण, संसदीय नियंत्रण, प्राक्कलन समिति, लोक लेखा समिति आदि। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक का कार्यालय, मौद्रिक एवं वित्तीय निति में वित्त मंत्रालय की भूमिका, मध्य प्रदेश के महालेखाकार का गठन एवं कार्य।
10.अंतरराष्ट्रीय संगठन
संयुक्त राष्ट्र एवं उसके सहयोगी संगठन।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक में एशियाई विकास बैंक।
सार्क, व्रिक्स अन्य द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय समूह।
विश्व व्यापार संगठन एवं भारत पर इसका प्रभाव।
विज्ञान एवं तकनीकी-
1. विज्ञान-
हमारे आसपास व्याप्त पदार्थ, तत्व, योगिक, मिश्रण धातु और अधातु, कार्बन और उसके यौगिक, अणु, परमाणु, परमाणु की संरचना, रासायनिक अभिक्रियाएं, अम्ल, क्षार एवं लवण।
जीव, जीवों के प्रकार, ऊतक, जीवन की इकाई, कोशिका, जैविक क्रियाएं, नियंत्रण और सामंजस्य प्रजनन, आनुवंशिकी एवं जैव विकास।
गुरुत्वाकर्षण गति, बल, गति के नियम, कार्य और ऊर्जा, प्रकाश, ध्वनि, विद्युत एवं चुंबकत्व।
2. तर्क एवं आँकङों की व्याख्या-
आधार संख्याएं और सांख्यिकी सभाविता।
आंकड़ों का प्रबंधन एवं व्याख्या।
अनुपात और समानुपात, इकाई विधि, लाभ एवं हानि, प्रतिशत, छूट, साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज।
क्षेत्र विधि, क्षेत्रफल, परिमाप, आयतन।
तर्कशक्ति, विश्लेषणात्मक क्षमता और समस्या समाधान।
3. तकनीकी-
विज्ञान एवं तकनीकी का सामाजिक और आर्थिक विकास में अनुप्रयोग, देशज तकनीकी, तकनीकी हस्तांतरण और नवीन तकनीकी का विकास।
पेटेंट और बौद्धिक संपदा के अधिकार।
विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में भारतीयों का योगदान।
4. विकासशील तकनीकी-
नवीन तकनीकी जैसे सूचना और संचार तकनीकी सुदूर संवेदन, अंतरिक्ष जीआईएस, जीपीएस, जैव प्रद्योगिकी, नेनो तकनीकी, कृषि और अन्य संबंधित क्षेत्र, स्वास्थ्य ई-गवर्नेंस, यातायात, स्थानिक नियोजन, गृह एवं कीड़ा आदि में इनके अनुप्रयोग। MPPSC SYLLABUS
5. ऊर्जा
परंपरागत और गैर परंपरागत ऊर्जा संसाधन।
ऊर्जा प्रबंधन मुद्दे और चुनौतियां।
वैकल्पिक ऊर्जा संसाधनों की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएं।
6. पर्यावरण एवं धारणीय विकास-
पर्यावरणीय संरक्षण: कारण, प्रभाव एवं निदान।
पर्यावरण संरक्षण विधियां, नीतियां और नियामक ढांचा।
पर्यावरण एवं विकास पर चर्चा।
ठोस, तरल, अपशिष्ट, जल-मल, हानिकारक चिकित्सा अपशिष्ट एवं ई-वेस्ट का प्रबंधन।
जलवायु परिवर्तन, कारण और निदान आत्मक उपाय।
पर्यावरणीय छाप और इस से निपटने की रणनीतियां।
7. भारतीय अर्थव्यवस्था-
भारत में विकास का अनुभव।
मध्यप्रदेश में मंद औद्योगिक विकास के कारण।
1991 के बाद से हुए आर्थिक सुधार, औद्योगिक एवं वित्तीय क्षेत्र में सुधार, स्टॉक बाजार एवं बैंकिंग प्रणाली।
उदारीकरण, निजीकरण एवं वैश्वीकरण।
भारतीय अर्थव्यवस्था की वर्तमान प्रवृतियां एवं चुनौतियां।
भारत में विकास का नियोजन।
राष्ट्रीय आय एवं लेखांकन की प्रणाली।
आधारभूत अधोसंरचना विकास एवं मुद्दे।
गरीबी, बेरोजगारी, क्षेत्रीय असंतुलन एवं प्रवजन।
नगरीय क्षेत्र के मुद्दे- नगर विकास के मुद्दे एवं निम्न आय वर्गीय समूह के लिए आवास।
ग्रामीण क्षेत्र के मुद्दे, ग्रामीण विकास।
विकास का सूचकांक, मानव विकास एवं आर्थिक विकास।
भारत और मध्य प्रदेश में सहकारिता आंदोलन।
मध्य प्रदेश और भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्व।
आर्थिक विकास के तत्व।
कृषि क्षेत्र एवं अन्य सामाजिक क्षेत्रों के लिए प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सब्सिडी के मुद्दे।
लोक वितरण प्रणाली, उद्देश्य, कार्यप्रणाली, सीमाएं खाद्य सुरक्षा एवं बफर स्टॉक से संबंधित मुद्दे। MPPSC SYLLABUS
1. मानवीय आवश्यकताएं एवं अभिप्रेरणा
लोक प्रशासन में नैतिक सद्गुण एवं मूल्य प्रशासन में नैतिक तत्व सत्य निष्ठा, उत्तरदायित्व एवं पारदर्शिता, नैतिक तर्क एवं नैतिक दुविधा तथा नैतिक मार्गदर्शन के रूप में अंतर आत्मा, लोक सेवकों हेतु आचरण संहिता, शासन में उच्च मूल्यों का पालन।
2. दार्शनिक /विचारक, सामाजिक कार्यकर्ता/ सुधारक-
महावीर, बुद्ध, कौटिल्य, प्लेटो, अरस्तु, गुरु नानक, कबीर, तुलसीदास, रविंद्र नाथ टैगोर, राजा राममोहन राय, स्वामी दयानंद सरस्वती, स्वामी विवेकानंद, श्री अरविंदो, मोहनदास करमचंद गांधी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, भीमराव रामजी आंबेडकर, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद दीनदयाल उपाध्याय, राम मनोहर लोहिया आदि।
3. मनोवृति-
विषय-वस्तु तत्व, प्रकार्य, मनोवृति का निर्माण, मनोवृति परिवर्तन, प्रबोधक संप्रेषण, पूर्वाग्रह तथा विभेद, भारतीय संदर्भ में रूढ़िवादिता।
4. अभिक्षमता एवं लोकसेवा हेतु आधारभूत योग्यताएं, सत्य निष्ठता निष्पक्षता एवं असमर्थक वादी वस्तुनिष्ठता, लोक सेवा के प्रति समर्पण, समानुभूति , सहिष्णुता एवं अशक्त वर्गों के प्रति संवेदना, करुणा।
5. संवेग एक बुद्धि अवधारणा प्रशासन / शासन में इसकी उपयोगिता एवं अनुप्रयोग।
6. भ्रष्टाचार- भ्रष्टाचार के प्रकार एवं कारण, भ्रष्टाचार का प्रभाव, भ्रष्टाचार को खत्म करने के उपाय। समाज सूचना तंत्र, परिवार एवं विसलब्लोअर की भूमिका, भ्रष्टाचार पर राष्ट्र संघ की घोसड़ा। भ्रष्टाचार का मापन, अंतरराष्ट्रीय पारदर्शिता आदि।
7. पाठ्यक्रम में सम्मिलित विषय वस्तु पर आधारित प्रकरणों का अध्ययन।
इस प्रश्न पत्र का स्तर स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों के समकक्ष होगा। इसका उद्देश्य उम्मीदवार को पढ़ने, समझने और लेखन की योग्यता एवं हिंदी में स्पष्ट तथा सही विचार व्यक्त करने की जांच करना है।
1. सामान्यता निम्नलिखित विषयों प्रश्न पूछे जाएंगे
पल्लवन, संधि व समास
दिए गए वाक्यों का व्यापक अर्थ
संधि, समास व विराम चिन्ह
2. संक्षेपण
3. प्रारूप लेखन MPPSC SYLLABUS
शासकीय व अर्धशासकीय पत्र, परिपत्र, प्रपत्र, विज्ञापन, आदेश, पृष्ठांकन, अनुस्मारक, अधिसूचना, टिप्पणी लेखन।
4. प्रयोग, शब्दावली तथा प्रारंभिक व्याकरण-
प्रशासनिक पारिभाषिक शब्दावली (हिंदी व अंग्रेजी)
मुहावरे अथवा कहावतें
विलोम शब्द
समानार्थी शब्द
तत्सम तद्भव शब्द
पर्यायवाची शब्द MPPSC SYLLABUS
शब्द युग्म
5. अपठित गद्यांश
प्रतिवेदन- (प्रशासनिक, विधि, पत्रकारिता, साहित्य व सामाजिक)
6. अनुवाद वाक्यों का (हिंदी से अंग्रेजी, अंग्रेजी से हिंदी)
MPPSC SYLLABUS
1.प्रथम निबंध (लगभग 1000 शब्दों में)- अंक 50
2.द्वितीय निबंध (लगभग 250 शब्दों में)- अंक 25
3.तृतीय निबंध (लगभग 250 शब्दों में)- अंक 25 MPPSC SYLLABUS