Hindi Grammar or हिंदी व्याकरण Thursday 21st of November 2024
जिससे हमें साधु शब्दों का ज्ञान होता है उसे व्याकरण कहते हैं। इसी का दूसरा नाम शब्दानुशासन भी है। संस्कृत वांग्मय में में व्याकरण को बहुत ही उच्च स्थान प्राप्त है। वेदांगो में भी व्याकरण की गणना की जाती है तथा इसे वेद पुरुष का मुख स्वीकार किया गया है तथा वर्तमान समय में पाणिनीय "अष्टाध्यायी " संस्कृत व्याकरण का प्रतिनिधि ग्रंथ है। इस ग्रंथ में कुल 8 अध्याय हैं जिसमें प्रत्येक चार चार पदों में विभक्त है। Hindi vyakaran, Hindi grammar notes - General hindi vyakaran,hindi vyakaran pdf,hindi grammar pdf,हिन्दी व्याकरण,हिंदी व्याकरण ,हिंदी ग्रामर,Hindi vyakaran Notes
व्याकरण वह विधा है जिसके द्वारा किसी भाषा का शुद्ध बोलना या लिखना जाना जाता है। व्याकरण भाषा की व्यवस्था को बनाए रखने का काम करते हैं। व्याकरण भाषा के शुद्ध एवं अशुद्ध प्रयोगों पर ध्यान देता है। हिंदी व्याकरण, हिंदी भाषा को शुद्ध रूप में लिखने और बोलने संबंधी नियमों का बोध कराने वाला शास्त्र है। Hindi Grammar
वास्तव में रस नौ ही प्रकार के होते हैं परन्तु वात्सल्य एवं भक्ति को भी रस माना गया हैं इसलिए रसों की संख्या ११ हो जाती है। Ras Hindi Grammar
Shabd शब्द- वर्णों का सार्थक समूह शब्द कहलाता है। उदाहरण के लिए क, म और ल के मेल से 'कमल' बनता है जो एक खास किस्म के फूल का बोध कराता है। अतः 'कमल' एक शब्द है।
Vaaky वाक्य- सार्थक शब्दों का क्रमबद्ध समूह वाक्य कहलाता है जैसे: कमल एक पुष्प है।
Bhaasha (भाषा )- ध्वनि प्रतीकों की ऐसी व्यवस्था जिसके द्वारा व्यक्ति अपने भावों, विचारों को लिखकर या बोलकर व्यक्त कर सके उसे भाषा कहते हैं।